
बेतिया।मजदूर विरोधी 4 श्रम संहिता कानून को वापस लो
इस अवसर पर बोलते हुए अखिल भारतीय गन्ना किसान महासंघ के राष्ट्रीय वित्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने बताया कि मजदूरों को अपने अधिकारों से वंचित करने वाली चार श्रम संहिता को लागू करना देश की समस्त मजदूर समुदाय के साथ धोखा है । संविधान द्वारा प्रदत 44 श्रम कानून जो मजदूरों के हित की रक्षा के लिए बने हुए थे। उन सारे कानून को निरस्त कर मोदी सरकार द्वारा चार श्रम संहिता को लागू कर के मजदूर वर्ग द्वारा अपनी मांगों के लिए आवाज बुलंद करने वाले सभी जनतांत्रिक अधिकारों को छीना जा रहा है।मोदी सरकार की इस तानाशाही के खिलाफ 26 नवंबर को पश्चिम चम्पारण के जिला पदाधिकारी के समक्ष विशाल धरना किया जाएगा।
भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू )के पश्चिम चम्पारण जिला सचिव शंकर कुमार राव,बिहार राज्य किसान सभा के राज्य कार्यकारिणी सदस्य चांदसी प्रसाद यादव, किसान सभा के जिला अध्यक्ष रामा यादव,पश्चिम चम्पारण क्षेत्रीय टांगा चालक कल्याण संघ के महासचिव नीरज बरनवाल, अध्यक्ष प्रकाश कुमार वर्मा,बिहार राज्य ई रिक्शा चालक संघ के उपाध्यक्ष मोहमद हनीफ,नौजवान सभा के जिला सचिव संजीव कुमार राव,खेतिहर मजदूर यूनियन के सादरे आलम ने मजदूर विरोधी इस काले कानून को अविलंब वापस लेने की मांग की।



